Garibi Shayari
Gandhi Pe Shayari
ये गंदगी तो महल वालों ने फैलाई है साहब,
वरना गरीब तो सड़कों से थैलीयाँ तक उठा लेते हैं
Greebi Pe Shayari Azeeb Mithas Hai
अजीब मिठास है मुझ गरीब के खून में भी, जिसे भी मौका मिलता है वो पीता जरुर है
Poverty In Hindi 1
भूख ने निचोड़ कर रख दिया है जिन्हें
उनके तो हालात ना पूछो तो अच्छा है
मज़बूरी में जिनकी लाज लगी दांव पर
क्या लाई सौगात ना पूछो तो अच्छा है
उनके तो हालात ना पूछो तो अच्छा है
मज़बूरी में जिनकी लाज लगी दांव पर
क्या लाई सौगात ना पूछो तो अच्छा है

Poverty In Hindi 3
खिलौना समझ कर खेलते जो रिश्तों से
उनके निजी जज्बात ना पूछो तो अच्छा है
बाढ़ के पानी में बह गए छप्पर जिनके
कैसे गुजारी रात ना पूछो तो अच्छा है
उनके निजी जज्बात ना पूछो तो अच्छा है
बाढ़ के पानी में बह गए छप्पर जिनके
कैसे गुजारी रात ना पूछो तो अच्छा है
Poverty In Hindi 2
गरीबों की औकात ना पूछो तो अच्छा है
इनकी कोई जात ना पूछो तो अच्छा है
चेहरे कई बेनकाब हो जायेंगे
ऐसी कोई बात ना पूछो तो अच्छा है
इनकी कोई जात ना पूछो तो अच्छा है
चेहरे कई बेनकाब हो जायेंगे
ऐसी कोई बात ना पूछो तो अच्छा है