Poetry Tadka

Gam Bhari Shayari

Gam Chupane Ke Liae

मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए

और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते

Aapke Sare Gam

आपके सारे गम खुशियों में तोल दूँ, 

अपने सारे राज़ आपके सामने खोल दूँ!

कोई मुझसे पहले न बोल दे, 

इसलिए सोचा क्यों न आज ही 

आपको हैप्पी न्यू इयर बोल दूँ!

Gamo Me Mushkuraao Ge

हक़ीक़त जिंदगी की ठीक से जब जान जाओगे,

ख़ुशी में रो पड़ोगे और ग़मो में मुस्कुराओगे

gamo me mushkuraao ge