Gam Bhari Shayari
Gam Chupane Ke Liae
मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए
और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते
Aapke Sare Gam
आपके सारे गम खुशियों में तोल दूँ,
अपने सारे राज़ आपके सामने खोल दूँ!
कोई मुझसे पहले न बोल दे,
इसलिए सोचा क्यों न आज ही
आपको हैप्पी न्यू इयर बोल दूँ!