Friendship Shayari
Meri Har Baat Smajh Jate Ho
मेरी हर बात समझ जातें हो तुम,
फिर भी क्युँ मुझे सताते हो तुम
तुम बिन कोई और नहीं मेरा,
शायद इसी बात का फ़ायदा उठाते हो तुम
Kya Khoob
Rab Ka Wasta
नही छोड़ी कमी किसी भी
रिश्ते को निभाने में मैंने कभी...
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया
और जाने वाले को रब का वास्ता भी दिया