ना जाने कितने ख्वाब दफना चूका हु इस दिलमे
अब तो लगता है जैसे खुद ही कब्रिश्तान हूँ मै
जो मौत से ना डरता था बच्चो से डर गया
एक शाम खली हाथ जो मजदूर घर गया
एक तरफ़ा प्यार बड़ा अजीब होता है
ना जीने देता है ना मरने देता है
मेरे आँसू भी तेरी चाहत खरीद ना सके
लोगो की झूठी हंसी ने तुझे अपना बना लिया