जिंदगी मे तन्हा चल रहा हूँ तो क्या हुआ !
जनाजे मे सारा शहर होगा,देख लेना !!
इश्क है तो शक़ कैसा....नहीं है तो हक़ कैसा !!
तेरे ख़्याल, तेरे ख़्वाब, तेरी अधूरी मुलाक़ातें !
मेरे पास गुनगुनाने को तेरे अफ़साने बहुत हैं !!