तुझे झूठ बोलना भी मैंने सिखाया
तेरी हर बात को सच मान कर
इतना भी मत रूठो मुझसे की तुझे
मनाने की उम्मीद ही ख़त्म हो जाए
मै ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा
तू सिर्फ कीमत बता मुश्कुराने की
किसी को चाहने की तमन्ना हमे ले डूबी
समेटने की आरज़ू मेंबिखरते चले गाए