आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न आया
मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ
ये हुस्न-ए-राज़ मुहब्बत छुपा रहा है कोई है
अश्क आँखों में और मुस्कुरा रहा है कोई
कुछ अच्छा होने पे जो इंसान सबसे पहले याद आता है
वो जिंदगी का सबसे कीमती इन्सान होता है
मैंने वो खोया जो मेरा कभी था ही नहीं
लेकिन तुमने वो खोया जो सिर्फ तुम्हारा था
सब तेरी मोहब्बत की इनायत है,वरना मैं क्या मेरा दिल क्या मेरी शायरी क्या