दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे...
हाथों की लकीरों मैं तुम हो ना हो
जिदंगी भर दिल में जरूर रहोगी !!
छुपी होती है लफ्जों में बातें दिल की !
लोग शायरी समझ के बस मुस्कुरा देते हैं !!