Poetry Tadka

Dil Shayari

Kisi Ke Dil Ko

किसी के दिल को चोट पंहुचा कर 
माफ़ी मांगना बहुत ही आसान है 
लेकिन खुद चोट खाकर दुसरो को 
माफ़ करना बहुत मुश्किल.

kisi ke dil ko

Mere Dil Ka Dard

मेरे दिल का दर्द किसने देखा है 
मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है 
हम तन्हाई में बैठे रोते है 
लोगो ने हमे महफ़िल में हस्ते हुए देखा है 

mere dil ka dard

Hum Fir Se

कभी उदास बैठे हो तो बता देना....

हम फिर से अपना दिल देंगे खेलने के लिए

hum fir se

Tujhse Naraz Nahi

उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं,

तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं,

झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,

और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नहीं

 

Dil Ki Kitab Me

दिल की किताब में गुलाब उनका था

रात की नींद में ख्वाब उनका था

कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा

मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.