Poetry Tadka

Dil Shayari

Tras Jata Hai Mera Dil

तेरी एक झलक पाने को तरस जाता है दिल मेरा !
खुश किसमत है वो लोग जो तेरे घर के सामने रहते है !!

Mera Dil Nahi Lagta

मै क्युं खुद उसे कहुं के बात कर लो मुझ से !
क्या उसे खबर नहीं, के मेरा दिल नहीं लगता उस के बगैर !!

Zism Uska Bhi Mitti Ka Hai

जिस्म उसका भी मिट्टी का है,मेरी तरह ए खुदा !
फिर भी मेरा दिल ही क्योँ तडपता है उसे पाने के लिए !!

Apne Hone Ki Khabar Le Jaa

मोहब्बत की गवाही अपने होने की ख़बर ले जा !
जिधर वो शख़्स रहता है मुझे ऐ दिल! उधर ले जा !!

Dil Hi To Tha Bhar Gya Hoga

अब गिला क्या करना उनकी बेरुखी का !
दिल ही तो था भर गया होगा !!