Poetry Tadka

Dil Ko Chu Jane Wali Shayari

Ye Tanhai

बिखरे अरमान, भीगी पलकें और ये तन्हाई, 

कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत में कुछ भी नहीं

Jo Rat Maine Gujari Tdap Ke

कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता, 

हमारी हालत तुम्हारी होती, 

जो रात हमने गुज़ारी तड़प कर, 

वो रात तुमने गुज़ारी होती

jo rat maine gujari tdap ke

Duniya Khadi Hai Raah Me

कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये, 

दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह, 

वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए, 

सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह

Dil Tadapta Hai

उनके दीदार के लिए दिल तड़पता है 

उनके इंतजार में दिल तरसता है 

क्या कहें इस कम्बख्त दिल को 

अपना हो कर किसी और के लिए धड़कता है

dil tadapta hai

Sula Chuki Hai Ye Duniya

सुला चुकी थी ये दुनिया

थपक-थपक के मुझे 

जगा दिया तेरी पाजेब ने 

छनक के मुझे

कोई बताये की मै इसका 

क्या इलाज करून , 

परेशां करता है ये दिल , 

धड़क-धड़क के मुझे 

sula chuki hai ye duniya