Dhoka Shayari
dhokha nahi mila
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला.
dhoka deti hai
धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर,
हर कांच का टूकड़ा हीरा नहीं होता
mohabbat me dhoka nahi hota
जब दो टूटे हुए दिल मिलते है,
तब मोहब्बत में धोखा नहीं होता
dhokha dil ke kareeb
देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा के
देते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के