Poetry Tadka

Desh Bhakti Shayari

Tirange Se Khubsurat Koi

ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,

मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,

नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,

मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता

tirange se khubsurat koi

Tiranga Kfan Chahiye

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए

बस अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए

और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये

tiranga kfan chahiye

Khushnaseeb Hai Wo Log

खुशनसीब होते हैं वो लोग

जो इस देश पर कुर्बान होते हैं

जान देके भी वो लोग अमर हो जाते हैं

करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को

जिनके कारन इस तिरंगे का मान होता है

khushnaseeb hai wo log

Aao Jhuk Kar Kare Salam

आओ झुक कर करें सलाम उन्हें

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है

कितने खुशनसीब हैं वो लोग

जिनका खून वतन के काम आता हैं

aao jhuk kar kare salam

Sahido Ki Kurbani

आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे

शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे

बची हो जो एक बूंद भी लहू की

तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे

sahido ki kurbani