Poetry Tadka

Desh Bhakti Shayari

Swatantrata Diwas Par Shayari

स्वतंत्रता दिवस पर शायरी

कुछ नशा तिरंगे की आन का है,

कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,

नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है

Gadatantr Diwas Par Shayari

 गणतंत्र दिवस पर शायरी

कर जस्बे को बुलंद जवान 

तेरे पीछे खड़ी आवाम 

हर पत्ते को मार गिरायेंगे

जो हमसे देश बटवायेंगे

Mere Desh Ki Mitti Me

कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी में साहेब

सरहदें कूद के आते हैं यहाँ दफ़न होने के लिए

mere desh ki mitti me

Smman Karta Hoon

मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,

यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

smman karta hoon

Mar Kar Wo Log Amar Ho Jaate Hai

खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,

मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,

करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,

तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है

mar kar wo log amar ho jaate hai