Desh Bhakti Shayari
Main Mar Jaoon To Meri ek Alag Pahchaan Likh Dena
मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,
लहू से मेरी पेशानी पे हिन्दुस्तान लिख देना।
Main Mar Jaoon To Meri ek Alag Pahchaan Likh Dena.
Lahoo Se Meree Peshaanee Pe Hindustan Likh Dena.
काश मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए
ना खौफ है मौत का ना आरजू है जन्नत की
लेकीन जब कभी जिक्र हो शाहीदी का
काश मेरा भी नाम आए।
काश मेरा भी नाम आए।
Kash Meri Zindagi Mere Watan Ke Kam Aaye
Na Khauf Hai Maut Ka Na Aarzoo Hai Zannat Ki
Lekin Jab Kabhi Zikra Ho Shaheedon Ka
Kash Mera Bhi Naam Aaye....2
Watan Par Shayari
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे.
Aajadi Ki Sham Kabhi Nahin Hone Denge
Shaheedon Ki Kurbani Badnam Nahin Hone Denge
Bachi Ho Jo Aik Boond Bhi Lahoo Ki
Tabtak Bharat Mata Ka Aanchal Neelam Nahin Hone Denge.
Desh Bhakti Sher O Shayari
देशभक्ति शेरो शायरी
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
Watan Parasti Shayari
वतनपरस्ती शायरी
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये
Desh Bhakti Par Shayari
देश भक्ति पर शायरी
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है,