ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं !
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं !
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको !
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं !!
जितना तुमने समझा उतनी दूर नहीं थे हम !
टूट गए थे लेकिन चकनाचूर नहीं थे हम !
क्या हो जाता तुमने मुड़कर "देख" लिया होता !
शायद तुमको दिल से ही "मंजूर" नहीं थे हम !!