Poetry Tadka

Dard Bhari Shayari

Muft Me Nilam Ho Gaae

औक़ात नही थी जमाने में जो मेरी कीमत लगा सके !
कबख़्त इश्क में क्या गिरे, मुफ़्त में नीलाम हो गए..!!

Fir Nahi Baste Wo Dil Jo Ek Baar Toot

फिर नहीं बसते वो दिल जो एक बार टूट जाए !
क़ब्रे कितना ही संवारों.कोई जिन्दा नहीं होता साहेब !!

Dard Na Mile To Sard Sa Hota Hai

दर्द सहने की अब कुछ यूँ आदत सी हो गयी है !
कि अब दर्द न मिले तो दर्द सा होता है !!

Mohabbat Jaanlewa Bimari Hai

दो पल का चैन उम्र भर की बेक़रारी है !
तुम्हे बताया तो था मोहाब्बत जानलेवा बिमारी है II

Dil Ka Guzarna Baki Hai

तेरे रास्ते से हाल- ए- दिल का गुजरना बाकी हैं !
टुट तो चुका हुं मैं....बस अब बीखरना बाकी हैं !!

dil ka guzarna baki hai