Broken Heart Shayari
Tumse Milna Jarori Nahin Tha
तुमसे मिलना जरूरी नहीं था तुम्हारा मिल जना जरूरी था
कहाँ से लायें हर रोज़ नया दिल तोड़ने वालों ने तमाशा बना रखा है
बात बिगड़ी है इस क़दर दिल है टूटा टूटे हैं हम

True Love Broken Heart Shayari
तुम आज झूठ बोलकर खुश हो कल वही झूठ तुमको बर्बाद कर देगा।
बहुत करीब से अंजान बनके गुजरा है वो शख्स जो कभी बहुत दूर से पहचान लिया करता था
एक चाहत थी आपके साथ जीने की वरना मोहब्बत तो किसी और से हो सकती थी

Baith Kar Khaamosh Ab Ham Tumhen
बैठ कर खामोश अब हम तुम्हें आजमाएंगे देखते है अब हम तुम्हें कब याद आएंगे
मत सोना कभी किसी के कन्धे पर सर रख कर जब ये बिछडते हैं तो रेशम के तकिये पर भी नींद नहीं आती
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का बड़ी सादगी से कहते हैं बड़े मज़बूर थे हम

Us Dard Se Bhi
माना कि औरों के मुकाबले कुछ ज्यादा नहीं पाया हमने खुश है कि खुद गिरते संभलते रहे लेकिन किसी को गिराया नहीं हमने
उस दर्द से भी दोस्ती कर ली है मेने जो किसी अपने ने दिया था
आज उसका ग़ुरूर टूटेगा आज हम भी किसी और के हो चले

Adab Se Mere Sath
अदब की मांग की थी तहजीब ने झुकाया गुमां ना रखना की तुमने मुझे हराया है
एक अजीब सी जंग है मुझमें कोई मुझसे ही तंग है मुझमें
गम के दरिया से निकाले कोई मुझे जीना है बचा ले कोई

Suraj Hoon Zindagi Ki
सूरज हूँ ज़िन्दगी की रमक़ छोड़ जाऊँगा मैं डूब भी गया तो शफ़क़ छोड़ जाऊँगा ।
मेरे चुप रहने से नाराज न हुआ करो गहरा समन्दर हमेशा खामोश रहता है

Chen Se Rahne Naa Diya
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैंने तुझे याद किया

Yadi Aap Mere Pas Aakar

Koi Bada Nahi Hota
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता

Aao Fir Se Diya Jalaye
सूरज परछाई से हारा अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएँ। आओ फिर से दिया जलाएं

Darindo Ke Shahar Me
मेरी तिजारत में रुकावट है मेरा इंसान होना
दरिंदों के शहर में लाज़िम है परेशान होना

Meri Tanhaiyan
मेरी सरगोशियां जब खामोशियाँ बन जाएं
मेरी तनहाइयाँ तेरी मजबूरिया न बन जाएं

Hwa Me Nami
हवा में नमीं के बाद भी मैदान में उछाल है
खस्ताहाल है खेल पर उनका कमाल है

Mohabbat Ka Bharam
मैंने शाहों की मोहब्बत का भरम तोड़ दिया
मेरे कमरे में भी एक ताजमहल रखा है

Mushkurana Chor Diya
ये सुना है कि हिज्र में मेरे आपने मुस्कुराना छोड़ दिया
ये तो ऐसा है जैसे मछली ने सर्दियों में नहाना छोड़ दिया