Poetry Tadka

Bharosa Shayari

Zakhm Dete Hain

कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते..

हर कदम पर काँच बनकर जख्म देते हैं

Zakhm dete hain

Gahra Bharosa

प्यार गहरा हो या ना हो पर भरोसा गहरा होना चाहिये...

 

Sachchi Mohabbat

सच्ची मोहब्बत भी हम करते है,

वफ़ा भी हम करते है,

भरोसा भी हम करते है,

और आखिर में तन्हा जीने

की सजा भी हमे ही मिलती है,

 

Naseeb Se Zeyada

नसीब से ज्यादा भरोसा "पगली"तुम पर किया,

..फिर भी...

नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गयी...

 

Bahot Khamooshi

बहुत ख़ामोशी से टूट गया...

वो एक भरोसा जो उस पे था.!!!!