April Fool Shayari
koshish aakhri sans tak karni
कोशिश" आखरी सांस तक करनी चाहिये !
मंजिल" मिले या "तजुर्बा" चीज़े दोनों ही नायाब है !!

jisme yaad naa aaae wo tanhai kis kam ki
जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की !
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की !
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है !
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की !!

murkh se bhas
मूर्ख से बहस में अपना मूल्यवान समय व्यय नही करना चाहिए !
क्योंकि वह पहले आपको उसके स्तर पर लाएगा और फिर हरा देगा !!

chand sikko me bikta hai
चंद सिक्कों में बिकता है यहाँ इंसान का ज़मीर !
कौन कहता है मेरे मुल्क में महंगाई बहुत है !!

saktishali bano
स्वयं पर श्रद्धा करना सीखिए आत्मश्रद्धा के बल पर !
अपने पैरों पर खड़े हों और शक्तिशाली बनें !!
