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Akelapan Shayari

Akelapan Quotes In Hindi

जो इंसान हमेशा सच का साथ देता है  वह हमेशा अकेला ही होता है

Akelapan quotes in Hindi

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ख्वाब बोया है मैंने और  अकेला पन काटा है  इस प्यार मोहब्बत में यारो  घाटा ही घाटा है

क्या कहें जनाब कि अकेलापन क्यों इतना भाता है  खुद से बातों में अक्सर यू ही वक्त गुज़र जाता है।

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Akelapan Status In Hindi

अकेलापन वो है जब आपके पास  ये बताने को कोई न हो कि  आप अकेले हो।

   

Akelapan Status in Hindi

Jo Sabse Alag Hote Hai

जो सबसे अलग होते है उनके साथ  कोई भी नहीं होता है वैसे भी मेरे साथ  कोई होगा इसकी कोई उम्मीद भी नहीं है।

   

jo sabse alag hote hai

Badnam Mohabbat

क्यों कतरा कतरा बीते दिन क्यों कतरा कतरा बीती शाम दिन मेरे अधूरे से रहे रहा लबों पर बस तेरा नाम क्यों धीमी-धीमी जली रोशनी क्यों फीके-कीके लगे जाम महफिले तो सजी दुनिया की पर याद आई तेरी यादें तमाम क्यों हिस्सा हिस्सा जुड़ रहा क्यों किस्सा यह लगे आम मोहब्बत की गलियों में रब मिले फिर भी हम हो रहे बदनाम यूँ कतरा कतरा बीते दिन यूँ कतरा कतरा बीती शाम दिन मेरे अधूरे से रहे रहा लबों पर बस तेरा नाम © pallavi gupta

Ek Dard Hai

इक दर्द हैं इन दुआओं में वजह इश्क तेरा मेरा कि पत्थर को तरासते हुए हाथ भी जख्मी होते है कभी इक कर्द है इन निगाहो में वजह इश्क तेरा मेरा कि पलकों से जुदा होते हुए ऑंखे भी रोती है कभी इक सर्द है इन हवाओं में वजह इश्क तेरा मेरा कि मस्त मगन में होते हुए दर वदर भटकती है ये भी कभी इक इश्क के ये अहसास में गुजरता है वक्त तेरा मेरा कि सजदों में नाम होते हुए वजूद होते है अधूरे अब भी कभी © pallavi gupta

Rab Ne Jab Takdeer Likhi

रब ने जब तकदीर लिखी उसने भी एक तस्वीर चुनी रंग उसमें फिर तय किए जिन पलों को हमने है जिए सुर्ख लाल से प्यार भरा खुशहाली लाता है हरा चटक चमकता पीला रंग लगता अच्छा सबके संग नीले ने गहराई चुनी काले ने तन्हाई चुनी भगवा रंग लाए बहार इसके बिन जीवन बेकार श्वेत कागज सा अपना यह मन चुनलों उसको रहना जिसके संग सब रंगों का रखना मेल इन रंगों का है यही खेल © pallavi gupta

Aaj Dil Udas Hai

आज दिल उदास है कुछ चेहरे हैं जिनको देखने की आस है वो जो मेरे दिल के पास है जिनके दिलों में मेरा एहसास है आज फिर दिल उदास है © pallavi gupta

Tu Hi Tu Kar Maula

तपकर बनता है हीरा जलकर बनता है राख तू ही तय कर मौला मेरे चमकू या बन जाऊं राख © pallavi gupta

Dil Saath Mera Le Jao

तुम जो जा रहे हो दिल साथ मेरा ले जा रहे हो तकूंगी अब मैं राह तुम्हारी राहत मेरी जो ले जा रहे हो कैसे देखूंगी अब सपना में नींदें मेरी जो ले जा रहे हो गुजरेंगे दिन अब तन्हा मेरे यादें इतनी जो दे जा रहे हो तुम जो जा रहे हो दिल साथ मेरा भी ले जा रहे हो © pallavi gupta

Hai Kaisi Paheli

खूब खेले वो आंख मिचोली ढुंढती उसे जब रहूँ अकेली कभी दुख कभी सुख तू है कैसी पहेली धूप-छांव सी जिंदगी मेरी सहेली © pallavi gupta

Chalo Chalte Hai Wha

चलो चलते हैं वहां जहां मुकद्दरों का हिसाब होगा कौन था कितने के काबिल वहां सारा इंसाफ होगा तू भी वंदा, मैं भी नमाजी दिल किसका कितना साफ होगा कर्मों के बिनाफ पे ए-काफिर वहां सारा इंसाफ होगा दिखता सब है रब को मेरे वहां न कोई पर्दा होगा छल फरेब से ऊपर उठके वहां सारा इंसाफ होगा © pallavi gupta

Dekh Tera Eka Banda

देख तेरा एक बंदा मौला खुद से कैसे लड़ता है नियत शरीफ है उसकी फिर भी बनता और बिगड़ता है नाइंसाफीयां हुई है जाने कितने फिर भी सजदा तेरा करता है देख के उसके धीरज को दिल मेरा भी पिघलता है दामन में नहीं है उसके कुछ भी फिर भी सपने वह बुनता है दूसरों के लिए जिए जिंदगी जुनून इतना वो रखता है बिखरे टूटे टुकड़ों को अपने सहेज के वह चलता है हर मुश्किल को परे रखकर कदम कदम वह बढ़ता है देख तेरा एक बंदा मौला खुद से कैसे लड़ता है सह कर सितम वो तेरे सारे तुझ पर ही मरता है © pallavi gupta

Ye Duniya Ka Mela

रास ना आया मुझको यह दुनिया का मेला चले ये दुनिया साथ मेरे फिर भी दिल तन्हा अकेला पूछें दुनिया मुझसे खुद को कहां मैंने भूला बोला हंस कर मैंने उनसे यहॉ रिश्तों का है बहुत झमेला तिल तिल कर मैंने बेमतलब से रिश्तो को झेला फिर एकदिन खुलकर मैंने खुद से डटकर ये बोला चलो चले दूर कही जहां न हो इतना मेला बस एक दो सच्चे साथी हो दिल न करें महसूस अकेला © pallavi gupta

Es Raat So Jaae Do

शख्सियत को अपनी गुम जाने दो वक्त को भी थोड़ा बदल जाने दो तपती धूप सी कठोर है यह जिंदगी प्यारी यादों की शाम को ढल जाने दो दूरियां जो दिलों में बस रही है आंखों की नदियों में बह जाने दो बहुत संभले हो दिनभर झूठा मूठा अब खुद को थोड़ा सच में टूट जाने दो आओ बातें कुछ करके कुछ दिल की थोड़ी देर तो यह दुनिया भूल जाने दो कल सुबह फिर वही दौड़ धूप है इस रात तो सुकून से सो जाने दो © pallavi gupta

Umeed Abhi Baki Hai

उम्मीद अभी जिन्दा है संघर्ष अभी बाकी है तूफां आके चला गया,उत्कर्ष अभी बाकी है न्याय की उम्मीद मे,हर आह ने दम है भरा झूठ ने सच को ढका,निष्कर्ष अभी बाकी है अज्ञान के तिमिर मे,ज्ञानेश ' कही खो गया जुगनुओ की रोशनी का,अंश अभी बाकी है तेरी चेहरे की परछाई मेरे आँखो से छटती नहीं तेरी आने की आहट मेरे कानों से हटती नहीं या खुदा....या खुदा ये कैसा इश्क का कैफ है पिता हुँ तो चढ़ती नहीं देखता हुँ तो उतरती नहीं © pallavi gupta