Acchi Acchi Shayari
Ajeeb Silsila
Hum Dua Karenge
Meri Mohabbat Hai Wo
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही
Meri Chahat Ko
Kaisa Hunar Aata Hai
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है