Poetry Tadka

Chahat Shayari

Tumhaare Shahar Ka Mausam

तुम्हारे शहर का मौसम 
बड़ा सुहाना लगे 
मैं एक शाम चुरा लूँ 
अगर बुरा न लगे..!!

Tumhaare Shahar Ka Mausam 
Bada Suhaana Lage. 
Main Ek Shaam Chura Loon 
Agar Bura Na Lage.

Tumhaare shahar ka mausam

Itni Mohabbat Dunga Tujhe

हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे !

लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए !!

Har Koi Ishq Ka Diwana Hai

इश्क दो जिंदगी का अफसाना हैं !
इश्क का अपना ही एक तराना हैं !
पता हैं सब को मिलेंगे सिर्फ आंसू पर
न जाने दुनियाँ में हर कोई क्यूँ इश्क का ही दीवाना हैं !!

Kisi Ki Burai Mat Kro

अपनी जुबान से किसी की बुराई मत करो !
क्योंकि बुराईयाँ तुममें भी हैं और ज़ुबान दूसरों के पास भी है !!

Pyar Kya Hota Hai

तड़प के देखो किसी की चाहत में !
तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है !
यूँ ही मिल जाये अगर कोई बिना तड़पे !
तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है !!