दर्द में सब्र का इंतज़ाम कर लेना !
कोहरे में धूप को सलाम कर लेना !
रात में चाँद के भरोसे न रहना !
शाम को दीये का इंतज़ाम कर लेना !!
मैनै मूह को कफन मै छूपा जब लिया !
तब उन्हे मूझसे मिलने की फूरसत मिली !
हाल ऐ दिल मेरा पूछनै जब वो घर से चलै !
रास्ते मे उसे सावरिया की मईत मिली !!
अजीब तरह से नाकाम रहे हम दोनों !
तू मुझे चाह ना सकी,,मैं तुझे भुला ना सका !!