Poetry Tadka

Nazar Shayari

Bhula Dete Tumhe

तुम दिल में ना समाते तो भुला देते तुम्हे 

तुम इतना पास ना आते तो भुला देते तुम्हे 

ये कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई 

आँखों में आँसूं ना आते तो भुला देते तुहे 

bhula dete tumhe

Bepanah Pyaar

तकदीर को कुछ इस तरह अपनाया है मैंने 

जी नहीं थी तकदीर में उसे बेपनाह चाहा हमने 

Bepanah Pyaar

Mai Mushafir Hun

मैं मुसाफ़िर हूँ ख़तायें भी हुई होंगी मुझसे !

तुम तराज़ू में मग़र मेरे पाँव के छाले रखना !!

mai mushafir hun

Zra Dekho

   जरा देखो तो ये  दरवाजे पे दस्तक किसने दी-अगर इश्क हो तो कहना अब दिल यहा नहीं रहता !!

zra dekho

Ye Ishq

पत्थर सा जिगर चाहिए ,साहिबा

ये इश्क है - - -

टूटना है, और टूटते ही जाना है ।