Poetry Tadka

Nazar Shayari

Kuch Matlab Ke Liye

कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको

बिन मतलब जो आए तो क्या बात है

कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा

कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है

Raat Kya Dhali

रात क्या ढली सितारे चले गए

गैरों से क्या शिकायत जब हमारे चले गए

जीत सकते थे हम भी इश्क़ की बाज़ी

पर उनको जिताने की धुन में हम हारे चले गए

Hum Tum Se Door Ho Jaaenge

एक दिन हम तुम से दूर हो जायेंगे

अंधेरी गलियों में यूं ही खो जायेंगे

आज हमारी फिक्र नहीं है आपको

कल से हम भी बेफिक्र हो जायेंगे

Dard Kitna Khush Naseeb Hai

दर्द कितना खुशनसीब है 

जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते हैं, 

दौलत कितनी बदनसीब है 

जिसे पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है.

Zindagi Ka Dard

जिंदगी इतना दर्द नहीं देती

की मरने को जी चाहे,

बस लोग इतना दर्द देते है की

जीने को मन नहीं करता !😊

सही कहा न दोस्तों😢