Poetrytadka.com

4 Line Shayari

tune nafrat se jo dekha hai

तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया !
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ !
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है !
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ !!

mai to jhoka hun hwa ka

मैं तो झोंका हूँ हवा का उड़ा ले जाऊँगा !
जागती रहना तुझे तुझसे चुरा ले जाऊँगा !
हो के कदमों पे निछावर फूल ने बुत से कहा !
ख़ाक में मिल के भी मैं खुश्बू बचा ले जाऊँगा !!

ye mat kahna

ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा !
मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा !
तुम्हारी चाहतों के फूल तो महफूज़ रखे हैं !
तुम्हारी नफरतों की पीड़ को ज़िंदा नहीं रखा !!

wo lamhe talash karti hoon

दिल में दद॔ के पुरजे तलाश करती हूँ !
तुम्हारे प्यार के टुकड़े तलाश करती हूँ !
तमाम रात पर्दे हटा के,चाँद के साथ !
जो खो गये हैं, वो लम्हे तलाश करती हूँ !!

tumhari har ada mohabbat si lagti hai

तुम्हारी हर अदा मुहब्बत सी लगती है !
एक पल की जुदाई भी मुद्दत सी लगती है !
कहना तो नहीं चाहते थे पर फिर भी कहते है !
जिन्दगी के हर लम्हें में आपकी जरूरत सी लगती है !!
Back Next