4 Line Shayari
unki yaad me
उनकी याद में बेकरार हो जाता क्यों है !
उनकी बात में उमड़ जाता क्यों है !
प्यार करना है तो इजहार क्यों नहीं करता !
अपने साथ उनके दिल को सताता क्यों है !!
chahat ne teri mujh ko kuch
चाहत ने तेरी मुझको कुछ इस तरह से घेरा !
दिन को हैं तेरे चरचे रातों को ख्वाब तेरा !
तुम हो जहाँ वहीं पर रहता है दिल भी मेरा !
बस इक ख्याल तेरा क्या शाम क्या सवेरा !!
tera mera sath rahe
दर्द की शाम हो या सुख का सवेरा हो !
सब गवांरा है मुझे साथ बस तेरा हो !
जीते जी मर के भी हाथ में हाथ रहे !
तेरा मेरा साथ रहे धूप हो छाया हो !!
bina bole samajh jati hoon mai
हम भी है कुछ अधूरे से तेरे बिना !
इतना की अलफ़ाज़ में नही बोल सकते !
बिना बोले समझ जाती है तू मुझे !
इसी सुकून से जी रहा हु आज भी यहा !!
dil ke tootne se hoti nahi aawaz
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़ !
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़ !
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़ !
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास !!