सुला चुकी थी ये दुनिया
थपक-थपक के मुझे
जगा दिया तेरी पाजेब ने
छनक के मुझे
कोई बताये की मै इसका
क्या इलाज करून ,
परेशां करता है ये दिल ,
धड़क-धड़क के मुझे
from : Dil Ko Chu Jane Wali Shayari