दर्द दे गए सितम भी दे गए;ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए;दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का;और....हमें कभी ना रोने की कसम दे गए।
from : Dooriyan Shayari