मिलो ना कभी के तुमसे दो बात बोल दूं
खुद से जो कहता हूं
वह राज में खोल दूं।
यह इश्क है, मोहब्बत है, ना जाने और क्या है
ख्यालों में, इन राहों में, बस उनका चेहरा है ।
मिलो ना,
मिलो ना के खुद को हम अब
खोते जा रहे हैं
तन्हा इन रातों में, रफ्ता रफ्ता
तेरे होते जा रहे हैं