Aur log kehte hai Me cigarette bohot pita hu.
अपनी बेचैनी को हवा में उड़ा देता हु
और लोग कहते है में सिगरेट बोहोत पीटै हु.
कोशिश बहुत की कि
राज-ऐ-मोहब्बत बयाँ ना हो
मुमकिन कहाँ था कि
आग लगे और धुंआ ना हो
Koshish bahot kiya ki
Raaj-E-Mohabbat bayaan na ho.
Mumakin kahaan tha ki
aag lage aur dhuan na ho.