पहले जैसी हो तो जाऊँ मगर. याद तो आये मैं पहले थी कैसी.
भरोषा, वफ़ा, दुआ, ख्वाब, मन, मोहब्बत. कितने नामों में सिमटे हो, सिर्फ एक तुम.
चुप करके सहते रहो तो अच्छे हैं. बोल पड़े तो आपसे बुरा कोई नहीं.
from : Hindi Shayari