हम लोगों के पास इतना भी वक़त नहीं रहा
की रोजी देने वाले को सजदा कर ले..!
अपनी अंधेरी कब्र को खुद ही
रोशन करने की तैयारी कर ए इंसान
आज जिंदों से कोई वफ़ा नही करता,
कल मुर्दो के लिये कौन दुआ करेगा
रूला ले ए जिंदगी तेरी जितनी औकात हैं,
हम भी उस नबी के उम्मती है
जिसके कब्जे में पुरी कायनात हैं।