फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है वो दोस्त ही क्या जो नाराज ना हो पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है
मुझे उसकी ये अदा कमाल की लगती है नाराज़ मुझसे होती है और गुस्सा सबको दिखाती है
from : Adhuri Mohabbat Shayari